दिनांक 27 सितम्बर, 2017 को भा.कृ.अनु.प.-खरपतवार अनुसंधान निदेशालय, जबलपुर द्वारा ‘‘कृषि जैव प्रौद्योगिकी” विषय पर छात्रों के लिये 15 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन किया गया। जिसमें जबलपुर एवं सतना सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं संस्थाओं से 25 प्रशिक्षार्थियों ने भाग लिया। समापन समारोह के अध्यक्ष डॉ. पी.के. सिंह, निदेशक खरपतवार अनुसंधान निदेशालय, जबलपुर थे, उन्होंने अपने उद्बोदन भाषण में कहा कि कृषि में जैव प्रौद्योगिकी की उपयोगिता पर बल दिया तथा जैव प्रौद्योगिकी के द्वारा कृषि की उन्नति में हो रहे अनुसंधान के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी तथा प्रशिक्षणार्थियों को नई चुनौतियों के लिये कृषि जैव प्रौद्यागिकी का उपयोग किया जाना चाहिये इसके लिये उन्हें प्रोत्साहित किया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के निदेशक डॉ. भूमेश कुमार, वरिष्ठ वैज्ञानिक ने प्रशिक्षण में दिये गये विभिन्न व्याख्यानों एवं प्रैक्टिकल के साथ-साथ निदेशालय में चल रहे विभिन्न अनुसंधान गतिविधियों के बारे में अवगत कराया। साथ ही साथ उन्होंने जैव प्रौद्योगिकी एवं सूक्ष्म जीवों से कैसे खरपतवारों का नियंत्रण किया जा सकता है के बारे में जानकारी दी। इस प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न अनुसंधान संस्थानों के विशेषज्ञों ने अपने व्याख्यान एवं अनुभवों को छात्रों से सांझा किया। इस कार्यक्रम का संयोजन डॉ. वी.के. चौधरी एवं श्री सुभाष चन्द्र दोनों वैज्ञानिकों ने किया।
कार्यक्रम के अंत में प्रशिक्षण के दौरान किये गये विषय वस्तु संबंधित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत कि गया। यह प्रशिक्षण मध्यप्रदेश जैव प्रौद्योगिकी (म.प्र. शासन) की सहायता से संचालित किया गया। इस कार्यक्रम में निदेशालय के समस्त वैज्ञानिक, तकनीकी, प्रशासन एवं वित्त लेखा विभाग अनुसंधान सहयोगी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार डॉ. वी.के. चौधरी द्वारा किया गया।