खरपतवार अनुसंधान निदेशालय जबलपुर के परिसर में दिनांक 29 सितम्बर 2021 को हिन्दी कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आजादी के संघर्ष में हिन्दी की भूमिका विषय पर व्याख्यान श्री राजेंद्र चंद्रकांत राय, वरिष्ठ साहित्यकार जबलपुर द्वारा प्रदान किया गया ।
निदेशालय के निदेशक डॉ.जे.एस.मिश्र द्वारा हिन्दी की सशक्त भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वंत्रता आंदोलन मे हिन्दी के कवियों और सहित्यकारो के लेखन ने जनमानस को एक दिशा प्रदान की जो बाद में आजादी की मसाल के रूप में प्रज्वल्लित हुई। हमें अपनी राष्ट्रभाषा हिन्दी को ज्यादा से ज्यादा महत्वता देना चाहिए।
श्री राजेंद्र चंद्रकांत राय, वरिष्ठ साहित्यकार ने कहा कि जो भाषा सबके साथ समंजस्य बैठा ले वो भाषा ही सबसे समृध्द होती है, इसीलिए हिन्दी हमेशा प्रथम पंक्ति में पाई जाती है। अपनी भवानाओं और विचारो की अभिव्यक्ति के लिए भाषा का होना आवश्यक है। व्यक्ति जिस भाषा मे सोचता है उसी में सबसे बेहतर अभिव्यक्ति कर पाता है। कार्यशाला में निदेशालय के 80 से ज्यादा अधिकारियों, कर्मचारियों ने हिस्सा लिया । मुख्य अतिथि का स्वागत निदेशक डॉ.जे.एस.मिश्र द्वारा किया गया । मंच संचालन कार्यक्रम बसंत मिश्रा ने किया ।