खरपतवार अनुसंधान निदेशालय, जबलपुर में पेस्टीसाइड प्रबंधन मे प्रयोग होने वाली सावधानियां तथा सुरक्षा उपकरणों के उचित उपयोग पर परिचर्चा की गई। निदेशालय के निदेशक डॉ. जे.एस. मिश्र ने सभी वैज्ञानिको, तकनीकी अधिकारी, कर्मचारियों एवं प्रक्षेत्र में कार्यरत सभी सहयोगियों से अपील की कि हमें पेस्टीसाइड के उपयोग करते समय सभी सुरक्षा उपकरणों का प्रयोग करना चाहिए तथा पेस्टीसाइड पर संलग्न पत्र में दिए गए निर्देशो का पालन करना चाहिए।
निदेशालय के द्वारा चल रहे विभिन्न कार्यक्रमों जैसे मेरा गांव मेरा गौरव, फार्मर फर्स्ट, अनुसूचित जनजाति उपयोजना एवं अन्य में चल रहे प्रक्षेत्र प्रदर्शनों पर छिड़काव के समय इसका उपयोग अति आवश्यक है जिससे अन्य किसान भाई भी इन उपकरणों को देखकर उपयोग कर सकें । डॉ. पी.के. सिंह, प्रधान वैज्ञानिक द्वारा खरपतवारनाशियों के घोल तैयार से लेकर उसके प्रयोग तथा डिब्बो के उचित निस्तारण के बारे में बताया।
इस कार्यक्रम में बी.ए.एम.एफ. के अधिकारी डॉ आशीष नेमा ने बहुराष्ट्रीय कम्पनी के सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत लोगो को पेस्टीसाइड उपयोग खरीद से लेकर उसके भण्डारण, घोल की तैयारी, मात्रा, प्रयोग, प्रयोग पश्चात साफ-सफाई तथा पेस्टीसाइड के डिब्बों का किस तरह से निपटारा किया जाये के संबंध में विस्तार से जानकारी दी तथा सभी को इसके प्रयोग के लिए प्रेरित किया। कार्यशाला में निदेशालय के 80 से ज्यादा अधिकारियों, कर्मचारियों ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम के संयोजक डॉ. वी.के. चौधरी वरिष्ठ वैज्ञानिक ने निदेशालय में पेस्टीसाइड प्रयोग से संबंधित निर्देशो के पालन का आव्हान कर धन्यवाद प्रस्ताव प्रेषित किया।