खरपतवार अनुसंधान निदेशालय, जबलपुर द्वारा मान्नीय प्रधान मंत्री जी के आवाहन पर भारत सरकार के समस्त मंत्रालयों एवं उनके सस्थानों द्वारा दिनांक 16 दिसम्बर से 31 दिसम्बर, 2022 तक पूरे देश में स्वच्छता पखवाडा का आयोजन किया गया।इसी क्रम मे निदेशालय द्वारा लगातार स्वच्छता कार्यक्रम अयोजित किये गये।जिसके अनर्तगत अलग-अलग स्थानो पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित कर जन मानस को स्वच्छता के प्रति जागरुक किया गया।स्वच्छता पखवाडे के समापन अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कृषि वैज्ञानिकों व तकनीकी अधिकारियों की उपस्थिति रही।
निदेशालय के निदेशक डॉ.जे.एस.मिश्र ने अपने उद्बोधन में निदेशालय द्वारा किये जा रहे शोध तथा प्रचार-प्रसार के बारे में बताते ह्रए निदेशालय के द्वारा निरंतर चलाये जा रहे स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम जिसमें निदेशालय परिसर के साथ-साथ आसपास के स्कूल, कॉलोनी, गांवों में चल रहे स्वच्छता कार्यक्रम के बारे में बताया , साथ ही कहा कि खाघान्न उत्पादन बढाने हेतु कृषकों को तकनीकी जानकारी के साथ संरक्षित खेती को अपनाना चाहिए तथा खेतो मे होने वाले खरपतवारों व फसल अवशेषो से खाद बनाने की विधि का उपयोग करके मृदा की उर्वरक शक्ति बढाई जा सकती है।
कार्यक्रम के संयोजक डॉ. के.के वर्मन, प्रधान वैज्ञानिक अपने उद्बोधन कहा कि स्वछता की आदत ही स्वथ्य समाज का निर्माण कर सकती है। स्वछता में बाधा पहुंचाने वाले उत्पादों से होने वाली हानियों से समाज को मुक्त करने के लिए सामुहिक प्रयास आवश्यक है। आपने जबलपुर शहर के आसपास के जलाशयों एवं अन्य जल स्त्रोतों को किस तरह से स्वच्छ बनाये रखा जाये इस बारे में जानकारी दी तथा सभी से सहयोग की अपेक्षा कीं साथ ही स्वछता के फायदों से अवगत कराते हुए विशेष रूप से प्लास्टिक से होने वाले नुकसान से बचाव एवं सिंगल युज प्लास्टिक का इस्तेमाल न करते हुए कपडे के थैले का प्रयोग करने हेतु अनुरोध किया । श्री आर.हाडगे प्रशासनीक अधिकारी ने कहा कि स्वच्छता पखवाडे के दौरान आयोजित किये गए विभिन्न कार्यक्रमों के जरिये जन मानस को स्वच्छता के प्रति जागरुक किया गया।