खरपतवार अनुसंधान निदेशालय में 22 मार्च, 2021 को कृषकों को जल की उपयोगिता एवं संरक्षण की महत्वता से अवगत कराने हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यषाला में पनागर क्षेत्र के बरखेड़ी, इमलई, उमरिया, कारीवाह सहित कई ग्रामों के लगभग 50 कृषकों एवं महिलाओं ने भाग लिया।
निदेशालय के निदेशक डॉ. जे.एस. मिश्र ने पानी के महत्व पर विस्तृत में चर्चा की एवं विभिन्न आधुनिक तकनीकों के माध्यम से जल संरक्षण पर जोर दिया तथा कृषकों भाईयों से अपील करते हुए कहा कि गांवों के आसपास के जलासयों एवं अन्य जल स्त्रोतों को किस तरह से स्वच्छ बनाये रखा जाये इस बारे में जानकारी दी तथा सभी से सहयोग की अपेक्षा कीं। इस अवसर पर डॉ. पी.के. सिंह, प्रधान वैज्ञानिक ने जल की महत्ता को बताते हुए विश्व जल दिवस मनाने का उद्देश्य बताया एवं भविष्य के लिए जल बचाने पर जोर दिया। उन्होंने विभिन्न उदाहरणों द्वारा जल की कमी की भयावहता से परिचित कराया।
संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉ सुनील कुमार ने जलीय खरपतवारों के प्रबंधन पर चर्चा करते हुए बताया कि इसके प्रबंधन के माध्यम से कैसे जल को पीने के योग्य बनाया जाए तथा संरक्षित खेती, मल्चिंग आदि तकनीकों के माध्यम से जल को बचाने पर जोर दिया। पनागर क्षेत्र से प्रगतिशील किसान श्री शंकर लाल पटेल ने जल संरक्षण पर अपने विचार व्यक्त किएया। कार्यक्रम में डॉ. वी.के. चौधरी, डॉ. योगिता घरडे, श्री एस.के. पारे, श्री एम.के. मीणा का विशेष योगदान रहा।