भा.कृ.अनु.परि.-खरपतवार अनुसंधान निदेशालय में हिन्दी दिवस का आयोजन किया गया, इस अवसर पर हिन्दी पखवाड़े का शुभारंभ निदेशालय के प्रभारी निदेशक डॉ. सुशील कुमार, प्रशासनिक अधिकारी श्री सुजीत वर्मा, वैज्ञानिक डॉ. चेतन सी.आर. एवं प्रभारी रा.का.समिति श्री जी.आर. डोंगरे द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस अवसर पर प्रभारी, रा.का. समिति ने सभी अधिकारियों, कर्मचारियां का स्वागत किया साथ ही अपने उद्बोदन में उन्होंने कहा कि हमारी राष्ट्रीय भाषा हिन्दी को 14 सितंबर सन् 1949 को संघ की राजभाषा के रूप में स्वीकार किया गया था।
इस अवसर पर कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ. सुशील कुमार, प्रभारी निदेशक ने सर्वप्रथम हिंदी दिवस की सभी को बधाई देते हुये हिन्दी दिवस पर संकल्प पत्र द्वारा निदेशालय के सभी अधिकारियों कर्मचारियों को हिन्दी में अधिक से अधिक कार्य करने हेतु शपथ दिलाई। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि वास्तव में हिन्दी को हिन्दी भाषी क्षेत्र का वह सहयोग नहीं मिल रहा है जो उसका हक है वह बड़े क्षेत्र की मातृभाषा होकर भी राष्ट्रभाषा के लिये संघर्ष करते नजर आ रही है। शायद इसलिये आज हमें पखवाड़ा मनाने की जरूरत पड़ गई है। इसी क्रम में प्रभारी निदेशक महोदय द्वारा माननीय श्री राजनाथ सिंह गृहमंत्री एवं माननीय श्री राधामोहन सिंह केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रेषित संदेश तथा भा.कृ.अनु.परिषद के महानिदेशक डॉ. त्रिलोचन महापात्रा द्वारा प्रेषित अपील का वाचन किया गया।
तत्पश्चात् कार्यक्रम में उपस्थित श्री आर.एस. उपाध्याय, डॉ. चेतन सी.आर. श्री लवकुश त्रिपाठी, श्री बसंत मिश्रा, डॉ. भूमेश कुमार एवं श्री सुजीत कुमार वर्मा इत्यादी वक्ताओं द्वारा हिन्दी के महत्व को दर्शाते हुये हिन्दी दिवस पर वक्तव्य दिया। कार्यक्रम का संचालन श्री जी.आर. डोंगरे तथा आभार प्रदर्शन बसंत मिश्रा द्वारा किया गया।