भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् के खरपतवार अनुसंधान निदेशालय द्वारा दिनांक 21 अप्रैल, 2018 को 30वें स्थापना दिवस का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सम्मानीय डॉ. पी.डी. जुआल, कुलपति, नानाजी देशमुख पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, जबलपुर एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. जी.आर. राव, निदेशक उष्णकटिबंधीय वन अनुसंधान संस्थान, जबलपुर एवं डॉ. पी.के. मिश्रा, अधिष्ठाता संकाय जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय, जबलपुर उपस्थित रहे। सर्वप्रथम निदेशालय के निदेशक डॉ. पी.के. सिंह ने कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुये उनका परिचय दिया एवं निदेशालय में चल रही गतिविधियों एवं अनुसंधान कार्यों से अतिथियों को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने की दिशा में निदेशालय द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में प्रयास किये जा रहे हैं, जिसमें शोध के साथ ही विस्तार कार्यक्रम पर भी जोर दिया जा रहा है।
इस अवसर पर बोलते हुये मुख्य अतिथि डॉ. पी.डी. जुआल ने समन्वित खरपतवार प्रबंधन पर जोर दिया। उन्होंने अपने वक्तव्य में किसानों की वर्तमान की समस्याओं की चर्चा करते हुये वैज्ञानिकों से आह्वान किया कि वे तकनीकी विकास के साथ ही तकनीकी विस्तार पर भी कार्य करें एवं उन्होंने किसानों को कोऑपरेटिव सोसायटी बनाकर कार्य करने के लिये प्रेरित किया। इस अवसर पर बोलते हुये कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ. जी.आर. राव ने सभी सदस्यों को स्थापना दिवस की बधाई दी एवं उन्हें निदेशालय के विकास में प्रयासरत रहने के लिये कहा। उन्होंने वन में खरपतवारों के प्रबंधन पर जोर देते हुये निदेशालय से इस विशय में शोध पर सहयोग की अपेक्षा प्रकट की। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ पी.के. मिश्रा ने निदेशालय की गत् वर्ष की उपलब्धियों की सराहना की एवं वैज्ञानिकों को वर्तमान की प्रमुख चुनौतियों पर कार्य करने हेतु प्रेरित किया।
इसके पश्चात् संस्थान के दस सदस्यों जिन्होंने निदेशालय को 25 वर्षों से अधिक की महत्वपूर्ण सेवायें दी हैं, सम्मानित किया गया। साथ ही भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् (मध्य जोन) खेलकूद में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले निदेशालय के तीन सदस्यों को भी सम्मानित किया गया। विगत् महिनों में प्रकाशित साहित्य का विमोचन भी इस अवसर पर अतिथियों द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में प्रगतिशील किसान, जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक गण, निदेशालय के पूर्व सदस्य, वैज्ञानिक, अधिकारी, कर्मचारी एवं छात्र उपस्थित रहें। अतिथियों के सम्मान के पश्चात् डॉ. सुशील कुमार, कार्यक्रम समन्वयक द्वारा आभार प्रदर्शन किया गया तथा कार्यक्रम का संचालन डॉ. योगिता घरडे द्वारा किया गया।