खरपतवार अनुसंधान निदेशालय द्वारा देश व्यापी गाजरघास जागरूकता सप्ताह में चलाये जा रहे कार्यक्रम की श्रृंखला में दिनांक 21 अगस्त, 2018 को निदेशालय के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में गाजरघास जागरूकता सप्ताह के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. सुशील कुमार, प्रधान वैज्ञानिक ने दूर-दूर के गांवों से पधारे कृषकों का आह्वान करते हुये कहा कि यह निदेशालय गाजरघास नियंत्रण के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिये देश व्यापी जागरूकता अभियान चला रहा है, जिसका लोगों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। अब जन समुदाय एवं अनेको संस्थायें इस कार्य को करने के लिये आगे आ रही हैं। गाजरघास जैसे देश व्यापी विदेशी खरपतवार का निर्मूलन केवल जनसंकल्प शक्ति से ही संभव है। डॉ. सुशील कुमार ने कहा कि निदेशालय का यह प्रयास आने वाले समय में निश्चित ही गाजरघास को खत्म करने में सहायक होगा।
तत्पश्चात् डॉ. आर.पी. दुबे, प्रधान वैज्ञानिक ने कृषकों को गाजरघास को समाप्त करने की जैवकीय एवं रसायनिक विधियों से अवगत कराया। इसी तारतम्य में गाजरघास को खाने वाले लगभग पचास हजार कीटों का कृषकों को निःशुल्क वितरण किया गया।
इस कार्यक्रम में रमखिरिया, साईखेड़ा नरसिंहपुर, मण्डला, कुण्डम, पिण्डरई, बरगी, बघराजी, मझौली, शहपुरा,कटनी, सिहोरा, पनागर एवं जबलपुर के आस-पास के कृषको ने भी भाग लिया। डॉ.सुभाष, डॉ. चेतन, डॉ. घोष एवं डॉ. एम.के. मीणा ने कार्यक्रम में सहयोग दिया एवं डॉ. वी.के. चौधरी, वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कार्यक्रम संचालन किया।