खरपतवार अनुसंधान निदेशालय, जबलपुर द्वारा दिनांक 21 मई 2019 को किसान संगोष्ठी का अयोजन ग्राम सालीबाडा बरगी क्षेत्र में किया गया। इस अवसर पर किसानों को कृषि से सबंधित जानकारी प्रदान कर उन्हें जागरूक किया गया, जिससे वे कम खर्च में ज्यादा उत्पादन प्राप्त कर अपनी आय को बढा सकें। इस कार्यक्रम में लगभग 100 महिला व पुरुष कृषकों ने भाग लिया जिसमें बरगी क्षेत्रों के किसानों के अलावा कृषि वैज्ञानिकों व तकनीकी अधिकारियों की भी उपस्थिति रही।
डॉ.सुशील कुमार, प्रधान वैज्ञानिक, खरपतवार अनुसंधान निदेशालय ने किसानो का स्वागत करते हुये अपने उद्बोधन में मृदा स्वास्थ्य हेतु संतुलित पोषक तत्वो के उपयोग पर जोर दिया, साथ ही खाद्यान्न उत्पादन बढाने हेतु कृषकों को तकनीकी जानकारी के साथ संरक्षित खेती अपनाने व खेतो मे होने वाले खरपतवारों तथा फसल अवशेषो से खाद बनाने की विधि के बारे में बताया तथा इनके उपयोग से मृदा की उर्वरक शक्ति बढाने के लिये कृषकों से अपील भी की तथा वेस्ट एवं अवशेष प्रबंधन के साथ साथ जलाषयों के स्वच्छ रखने की तकनीकियों पर भी चर्चा की।
डॉ. आर.पी. दुबे, प्रधान वैज्ञानिक ने बताया कि निदेशालय द्वारा विगत 12 वर्षों से विभिन्न गांवों में चलाये जा रहे संरक्षित कृषि आधारित कार्यक्रमों से कम लागत से खाद्यान्न उत्पादन बढ रहा है। आज खाद्यान्न उत्पादन बढाना और कृषि लागत कम करना हमारा मुख्य उद्वेश्य हैं। रसायनो के स्प्रे की विभिन्न विधियों के बारे में विस्तार से बताया साथ ही मृदा में रसायनो के उपयोग से होने वाले प्रदुषण को रोकने जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम में डॉ. सुशील कुमार, डॉ. आर.पी.दुबे, डॉ. दीपक पवार, डॉ. सुभाष चन्दर एवं डॉ. दिवाकर घोष द्वारा भी अपने अनुभव किसानो से साझा किये। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार डॉ. सुभाष चन्दर द्वारा किया गया।