इंडियन सोसायटी ऑफ वीड साइंस के चुनावों में चयनित कार्यकारी समिति के नए सदस्यों को सोसायटी का प्रभार सौंपने और सोसाइटी से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के लिए जबलपुर में स्थित खरपतवार अनुसंधान निदेशालय में आयोजित बैठक में जम्मू, उत्तराखंड, हरियाणा ,पश्चिम बंगाल, तेलंगाना एवं मध्य प्रदेश से चयनित हुए सदस्यों ने भाग लिया । इसमें निम्नलिखित सदस्य उपस्थित थे :नए चयनित अध्यक्ष डॉक्टर सुशील कुमार ,उपाध्यक्ष डॉ भूमेश कुमार एवं डॉक्टर अनिल कुमार शर्मा, सचिव डॉ शोभा सोंधिया , संयुक्त सचिव डॉ बीआर नायडू एवं डॉक्टर बी द्वारी, कोषाध्यक्ष डॉ वीके चौधरी, पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर बी पी सिंह और पूर्व संयुक्त सचिव डॉ माधवी। खरपतवार निदेशालय के निदेशक, डॉ पी के सिंह ने इस बैठक में विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में भाग लिया ।
नव निर्वाचित अध्यक्ष डॉ सुशील कुमार ने सदस्यों का स्वागत करते हुए देश में फसलों में खरपतवारो के बढ़ते प्रकोप पर चिंता व्यक्त करते हुए उनके समन्वित प्रबंधन पर शोध करने के लिए जोर दिया। निदेशालय के निदेशक डॉ पी के सिंह ने सोसायटी के द्वारा आयोजित कीये गये सम्मेलनों से आई हुई संस्तुतियों के ऊपर शोध कार्य करने का आश्वासन दिया। इस बैठक में डॉ जे.एस. मिश्रा को फिर से सवृ सम्मति से मुख्य संपादक और डॉक्टर ए न राव और डॉ भागीरथ चौहान को एसोसिएट एडिटर के रूप में चुना गया। डॉक्टर एमएस भुल्लर को इंडियन सोसायटी ऑफ वीड साइंस के समाचार पत्र संपादक के रूप में चुना गया। सोसायटी द्वारा प्रकाशित इंडियन जनरल ऑफ साइंस की गुणवत्ता को और अधिक सुधारने के ऊपर गहन चर्चा की गई ताकि इसकी रेटिंग में और अधिक वृद्धि हो सके।
इस बैठक में सोसायटी द्वारा 2020 में आयोजित की जाने वाले दिवार्षिक सम्मेलन को गोवा में आयोजित करने का प्रस्ताव पारित हुआ । यह भी प्रस्ताव पारित हुआ कि भारतीय खरपतवार विज्ञान सोसायटी को 2023 एवं 2024 में होने वाले पृतिशिष्ठत अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों को भारत में आयोजित करने के लिए अपने प्रस्ताव को पूर्ण तैयारी के साथ अंतरराष्ट्रीय सोसायटी की कार्यकारी समिति के समक्ष रखना चाहिए ताकि इस तरह के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन भारत में हो सके। जिससे भारत के शोधार्थियों एवं वैज्ञानिकों को इनसे लाभ प्राप्त हो सके। नवोदित वैज्ञानिकों को अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में भाग लेने के लिए सोसायटी द्वारा आर्थिक सहायता देने का प्रस्ताव भी पारित हुआ। नवनिर्वाचित सचिव डॉ शोभा सोंधिया ने कार्यकारी सदस्यों को अंत में धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।