गाजरघास के दुष्प्रभावों को देखते हुये खरपतवार अनुसंधान निदेशालय के द्वारा 14वॉ गाजरघास जागरूकता सप्ताह 16-22 अगस्त का अयोजन किया जा रहा है। 14वॉ गाजरघास जागरूकता सप्ताह का शुभारंभ निदेशालय परिसर में किया गया।
निदेशालय के निदेशक डॉ. पी.के. सिंह ने अपने उद्बोधन में गाजरघास के द्वारा होने वाले दुप्रभावों के बारे में बताते हुये सभी से उसे समूल नष्टकर नगर को गाजरघास मुक्त बनाने का आह्वान किया व इस हेतु सभी की सहभागिता पर जोर दिया। डॉ. सिंह कहा कि गाजरघास के उन्मूलन की विभिन्न विधियों एवं फसलों में उगे खरपतवारों के उन्मूलन हेतु निदेशालय के वैज्ञानिकों से सम्पर्क किया जा सकता है। गाजरघास जागरूकता सप्ताह देश के सभी कृषि विज्ञान केन्द्रों, कृषि विश्वविद्यालयों, अशासकीय संगठान, नगर पालिका और कृषि अनुसंधान परिषद के सभी अनुसंधान संस्थानों में 16-22, अगस्त के दौरान आयोजित किया जा रहा है।
कार्यक्रम के संयोजक डॉ. सुशील कुमार ने बताया कि गाजरघास जागरूकता सप्ताह के अन्तरगत प्रशिक्षण कार्यक्रम, संगोष्ठी एवं विभिन्न गांव के शासकीय स्कूलो के विद्यार्थियों द्वारा गांव में रैलीयों का अयोजन किया जावेगा। कार्यक्रम में निदेशालय के वैज्ञानिक डॉ. आर.पी. दुबे, डॉ. शोभा सोंधिया, डॉ. वी.के. चौधरी, डॉ. योगिता घरडे, डॉ. सुभाष चन्द्र, डॉ. चेतन, डॉ. दिबाकर घोष, एवं समस्त तकनीकी/प्रशासनिक अधीकारी कर्मचारी उपस्थित थे।