खरपतवार अनुसंधान निदेषालय जबलपुर में उन्नत फसल उत्पादन हेतु नवीन खरपतवार प्रवंधन रणनीतियॉं विषय पर आयोजित 5 दिवसीय प्रषिक्षण में उत्तर प्रदेष के विभिन्न जिलो से 35 प्रषिक्षार्थीयों ने भाग लिया । इस प्रषिक्षण कार्यक्रम को राज्य कृषि प्रवंधन संस्थान लखनउ उत्तर प्रदेष सरकार द्वारा प्रायोजित किया गया। देष के विभिन्न विषेषज्ञ वैज्ञानिकों द्वारा खरपतवार प्रबंधन से सम्बंधित नये तकनीकी आर्थिक वैज्ञानिक पहलुओं पर अपने व्याख्यान व्यवहारिक प्रायोगिक माध्यमों से प्रदान किये तथा प्रयोगषाला एवं क्षेत्र प्रदर्षन का भ्रमण कराकर भाग ले रहे प्रषिक्षार्थीयों को विषेषज्ञों द्वारा खरपतवार प्रबंधन के रासायनिक जैवकीय विधियों तथा इससे जुड़े अन्य तकनीकी पक्षों पर प्रषिक्षण प्रदान किया गया।
प्रषिक्षण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ.आर.के.नेमा डीन कृषि अभियांतकि जवाहरलाल नेहरु कृषि वि.वि जबलपुर के कहा कि कृषि उत्पादन एवं गुणत्ता को ऊंचा करने के लिए उन्नत बीज उर्वरक एवं सिंचाई प्रबंधन समन्वित कीट-रोग प्रबंधन के साथ-साथ उचित खरपतवार प्रबंधन की विषेष आवष्यकता है। सामान्यतः यह देखा गया है कि उपरोक्त तकनीकों का प्रयोग करते समय खरपतवार प्रबंधन पर उचित ध्यान नही दिया जाता। जबकि खरपतवार कृषि उत्पादन में एक बड़ा अवरोधक है जिससे न केवल फसल उत्पादन को नुकसान होता है बल्कि गुण्वत्ता भी प्रभावित होती है। समारोह की अध्यक्षता करते हुए खरपतवार निदेषालय के निदेशक डा. पी.के सिंह ने अपने सम्बोधन में भाग ले रहे प्रषिक्षार्थीयों से खरपतवार प्रबंधन के नये आयामों पर व्यापक चर्चा एवं वैज्ञानिक विचारों एवं तकनीकी आदान-प्रदान पर बल देते हुये कहा गया कि हमें अपने उत्पादन को बढ़ाने के लिए खरपतवार प्रबंधन की उन्नत तकनीकों का प्रयोग करना होगा और इसके लिये विभिन्न तकनीको का प्रयोग परिस्थितियों के अनुरूप समन्वित कर करना होगा और इस प्रषिक्षण के माध्यम से इसमें भाग ले रहे प्रषिक्षार्थीयों अपने तकनीकी ज्ञान का आपस में आदान-प्रदान एवं विचार कर एक ठोस निष्कर्ष पर फसल अनुसार प्रयास करेगे ।
वैष्वीकरण के चुनौतिपूर्ण युग में भारतीय कृषि उत्पादन बढ़ोत्तरी में गंभीर रूकावट बन रहे खरपतवारों की कम खर्च वाली तकनीकी विधियों की महत्ता पर जोर देते हुये इसके व्यापक प्रचार-प्रसार को आवष्यक बताया जिससे इसका लाभ आम किसानों का मिल सके। इससे कृषक भाई लगभग 20 प्रतिषत से ज्यादा अपने उत्पादन में वृद्वि कर सकते है। प्रषिक्षण समारोह में निदेषालय के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रषिक्षण संयोजक डॉ.वी.के.चौधरी द्वारा आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम में प्रषिक्षण सह संयोजक इंजी. चेतन एवं निदेषालय के समस्त वैज्ञानिक एवं अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित थे। मंच संचालन डॉ.योगिता घरडे ने किया।