भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के दिशा निर्देशन में खरपतवार अनुसंधान निदेशालय जबलपुर द्वारा दिनांक 23-29 दिसंबर 2015 के दौरान ''जय किसान जय विज्ञान जागरूकता सप्ताह का आयोजन किया गया । निदेशालय के द्वारा इस दौरान विभिन्न गतिविधियों जैसे - संगोष्ठी, कृषकों का प्रक्षेत्र भ्रमण, व्याख्यान, प्रशिक्षण एवं कृषि यंत्रों तथा उन्नत फसलों का प्रदर्शन इत्यादि का सफल आयोजन किया गया । इसी तारतम्य में दिनांक 29 दिसंबर 2015 को निदेशालय के सभागार में वैज्ञानिक-कृषक-कृषि अधिकारी अंतराफलक बैठक रखी गर्इ ।
बैठक में कृषकों से चर्चा के लिये निदेशालय के वैज्ञानिकों के अतिरिक्त राज्य शासन के विभिन्न विभागों के अधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया । जिसमें श्री एस.के. चौरसिया, संभागीय कृषि यंत्री, जबलपुर संभाग, श्री ललित कुमार गालव, सहायक संचालक कृषि, प्राचार्य कृषि विस्तार एवं प्रशिक्षण केन्द्र, अधारताल, जबलपुर, श्री एस.के. मिश्रा, प्रबंधक, इफको, तथा श्री देवेन्द्र श्रीवास्तव, वरि. कृषि विकास अधिकारी, श्री एन.के. कटारे, कृषि अधिकारी, एवं श्रीमति नीलू टेकाम, कृषि अधिकारी इत्यादि उपसिथत थे । इसमें लगभग 6 जिलों के 100 प्रगतिशील महिला पुरूष कृषकों सहित कृषि विभाग के अधिकारियों वैज्ञानिकों ने भाग लिया । कार्यक्रम के प्रारंभ में निदेशालय के निदेशक डा. ए. आर. शर्मा ने अपने स्वागत उदबोधन में सबका स्वागत करते हुए जय किसान जय विज्ञान सप्ताह की महत्ता पर चर्चा की तथा कृषि विकास में निदेशालय द्वारा चलार्इ जा रही विभिन्न गतिविधियों पर जानकारी प्रदान करते हुए कृषकों से आग्रह किया कि उन्नत तकनीक को अपनाकर अधिक से अधिक उत्पादन प्राप्त करें और इसमें जिस भी प्रकार के तकनीकी सहयोग की आवश्यकता होगी वह निदेशालय द्वारा प्रदान करने का प्रयास किया जायेगा । कार्यक्रम के दौरान निदेशालय के प्रधान वैज्ञानिक एवं कार्यक्रम संयोजक डा. पी.के. सिंह, एवं डा. आर.पी. दुबे ने संरक्षित कृषि का वर्तमान में महत्व एवं उपयोगिता बताये हुए किसानों को उस पर तकनीकी जानकारी तथा साथ ही साथ खरपतवार प्रबंधन पर विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान की गर्इ ।
कार्यक्रम में उपसिथत श्री चौरसिया संभागीय कृषि यंत्री, जबलपुर संभाग, ने संरक्षित कृषि में उपयोग होने वाले यंत्रों को विशेष महत्व देते हुए उनकी उपलब्धता एवं सबिसडी पर चर्चा की । कार्यक्रम में अन्य विभाग से आये हुये श्री गालव एवं श्री मिश्रा जी अपने विभाग की योजनाओं से किसानों को अवगत कराया । इस अवसर पर किसानों ने भी परिचर्चा में बढ़-चढ़कर भाग लिया तथा अपने अनुभव एक-दूसरे के साथ बांटे एवं कृषि से संबंधित विभिन्न तकनीकी समस्याओं का समाधान प्राप्त किया । निदेशालय द्वारा इस अवसर पर 12 प्रगतिशील किसानों को कृषि में उन्नत तकनीकियों एवं संरक्षित कृषि अपनाने एवं उनका प्रचार-प्रसार करने हेतु सम्मानित भी किया । अंत में किसानों को निदेशालय के प्रक्षेत्र एवं कृषि अभियांत्रिकीय कार्यशाला का भ्रमण कराते हुए विभिन्न प्रकार के कृषि यंत्रों तथा उन्नत तकनीक द्वारा बोआर्इ की गर्इ फसलों का अवलोकन तथा जानकारी प्रदान की गर्इ।